सर्दियों के दौरान सुरक्षित और निर्बाध ट्रेन संचालन के लिए उत्तर मध्य रेलवे ने प्रारंभ की तैयारियां – महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे  श्री राजीव चौधरी ने मंडलों के साथ की वीडियो कॉन्फ्रेंस

सर्दियों के दौरान सुरक्षित और निर्बाध ट्रेन संचालन के लिए उत्तर मध्य रेलवे ने प्रारंभ की तैयारियां – महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे  श्री राजीव चौधरी ने मंडलों के साथ की वीडियो कॉन्फ्रेंस


 
आज दिनांक 05 .11.2019 को उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय में महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे श्री राजीव चौधरी की अध्यक्षता एवं उत्तर मध्य रेलवे के प्रमुख विभागाध्यक्षों की उपस्थिति मे आगरा, इलाहाबाद और झांसी मंडलों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा  बैठक का आयोजन हुआ। वीडियो कॉन्फ्रेंस के प्रारंभ में, महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे श्री राजीव चौधरी ने संरक्षा स्थिति की समीक्षा की। श्री चौधरी ने बल दिया कि प्रणाली में सुधार के लिए विफलता और विलंबन के सभी मामलों में विस्तृत जांच होनी चाहिए और इसे सुनिश्चित करने के लिए मंडलों को निर्देशित दिया। उन्होंने तीनों मंडल रेल प्रबंधक को सचेत किया कि सर्दियां आ रही हैं और रेलवे ट्रैक की गश्त सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने यह भी बल दिया कि सिगनलों की उचित दृश्यता, लोकोमोटिव, कोच और वैगनों के लिए निर्धारित शीतकालीन संरक्षा मानकों का अनुपालन, रेट्रोफ़्लेक्टिव बोर्ड की उपलब्धता आदि को इस सर्दियों में सुरक्षित और निर्बाध यात्रा के लिए हर कीमत पर सुनिश्चित किया जाना चाहिए। इस वर्ष भारतीय रेलवे का संरक्षा रिकॉर्ड काफी अच्छा रहा है और वित्तीय वर्ष 2019-20 के पहले 07 महीनों में किसी भी रेल दुर्घटना में किसी भी व्यक्ति की जान नहीं गई है। उत्तर मध्य रेलवे 130 किलोमीटर प्रति घंटा या उससे अधिक की गति की लगभग 100 ट्रेनें चलाता है। चुनार स्टेशन पर पहला हॉट बॉक्स डिटेक्टर और हैंगिंग पार्ट डिटेक्शन सिस्टम स्थापित करके मार्ग में रोलिंग स्टॉक की मॉनिटरिंग के क्षेत्र में इलाहाबाद मंडल अग्रणी काम कर रहा है। इलाहाबाद और आगरा मंडलों में भी व्हील इम्पैक्ट डिटेक्टर लगाए गए हैं और कई स्टेशनों पर ट्रेन परीक्षण के लिए सीसीटीवी का प्रावधान किया गया है। इलाहाबाद मंडल में ऑनलाइन रोलिंग स्टॉक निगरानी की उन्नत प्रणाली भी स्थापित की जा रही है। इस दिशा में आगे बढ़ते हुए अब उत्तर मध्य रेलवे ने ट्रायल के तौर अप और डाउन दोनों लाइन पर बमरौली स्टेशन पर सीसीटीवी उपलब्ध कराने का निर्णय किया है, जिसका डिस्प्ले  पोर्टर या असिस्टेंट स्टेशन मास्टर को उपलब्ध रहेगा ताकि ट्रेन संचालन में बेहतर संरक्षा के लिए स्टेशन पर पासिंग ट्रेन की निगरानी को बेहतर बनाया जा सके। । इसके अलावा उत्तर मध्य रेलवे के सभी लेवल क्रॉसिंग फाटकों के लिए "ट्रांसफर ऑफ की" भी प्रदान किया जा रहा है ताकि गेट बंद होने के बारे में गलत जानकारी की संभावना से बचने के लिए किसी भी ट्रेन के लिए सिग्नल से पहले एएसएम को लेवल क्रॉसिंग गेट बंद करने की पुष्टि की जा सके। महाप्रबंधक ने यह भी निर्देश दिया कि लेवल क्रॉसिंग और गेट मैन के लिए बुनियादी सुविधाओं एवं उपकरणों के कार्य का आंकलन करने के लिए एक अभियान चलाया जाना चाहिए। भारतीय रेलव ने पिछले साल अपने ब्रॉड गेज मार्गों से सभी मानव रहित लेवल क्रॉसिंग को पहले ही हटा दिया है और अब संरक्षा को बेहतर करने एवं निर्बाध संचालन के लिए रोड ओवर ब्रिज या लिमिटेड हाइट सबवे बना कर मानवयुक्त फाटकों को भी बंद किया जा रहा है। इस वर्ष में उत्तर मध्य रेलवे ने आरओबी / आरयूबी बनाकर114 मानव युक्त क्रॉसिंग को बंद करने का लक्ष्य रखा है, जिनमें से अक्टूबर -19 तक 65 हो चुकी हैं और शेष 49 को  चालू वित्तीय वर्ष में पूरा करने की योजना है।


       चेयरमैन रेलवे बोर्ड के दिनांक 02.11.19 को प्रयागराज आगमन के बाद से इलाहाबाद और लखनऊ के बीच नई शताब्दी शुरू करने की प्रक्रिया को तेज कर दिया गया है और उत्तर रेलवे के साथ परामर्श कर उत्तर मध्य रेलवे द्वारा उसकी संभावित समय सारणी पर काम किया जा रहा है। आधारभूत  संरचना के संबंध में चर्चा करते हुए, गोविंदपुरी स्टेशन के इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग के संबंध में प्रारंभिक कार्य शुरू करने का निर्णय लिया गया। उत्तर मध्य रेलवे ने हाल ही में टूंडला जंक्शन में प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग कार्य पूरा किया है। इस प्रकार इसके ट्रंक रूट से मैकेनिकल सिग्नलिंग सिस्टम को हटा दिया गया है। झांसी-कानपुर दोहरीकरण के अन्य महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के काम, इलाहाबाद प्लेटफार्म -3 पर नए वॉशेबल एप्रन के निर्माण, इलाहाबाद में वाशिंग लाइनों के नवीनीकरण आदि पर भी चर्चा की गई।
बैठक के दौरान उत्तर मध्य रेलवे के सभी मंडलों पर समयपालनता की स्थिति की समीक्षा की गई। महाप्रबंधक श्री राजीव चौधरी ने मंडलों को नियमित रूप से विलंबित हो रही गाड़ियों की निगरानी करने और समय पालनता सुधारने के निर्देश दिए। ज्ञात हो कि, इस वर्ष उत्तर मध्य रेलवे के समयपालन में काफी सुधार हुआ है,


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